पुणे न्यूज डेस्क: त्योहार खत्म होते ही मुंबई, दिल्ली और पुणे जैसे बड़े शहरों की फ्लाइट पकड़ना मुश्किल हो गया है। हवाई किराया इतना बढ़ गया है कि लोग हैरान हैं। सोमवार को मुंबई के लिए इंडिगो की फ्लाइट का टिकट 22 हजार रुपये तक पहुंच गया और फिर सीटें फुल हो गईं। दिल्ली का किराया भी 15 हजार रुपये तक जा पहुंचा। ट्रैवल एजेंसियां कह रही हैं कि रविवार से लेकर सोमवार तक ज्यादातर फ्लाइटों की सीटें पहले ही बुक हो चुकी थीं। वजह साफ है—इन शहरों में रहने वाले लखनऊ के लोग त्योहार पर घर आते हैं और फिर वापसी का सफर करते हैं।
ट्रेन में टिकट न मिलने पर लोग फ्लाइट का सहारा लेते हैं, और यही कारण है कि रक्षाबंधन के तुरंत बाद किराए आसमान छूने लगे। रविवार को ही लखनऊ से मुंबई के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट 18,197 रुपये में मिल रही थी, पुणे के लिए इंडिगो की फ्लाइट 16,490 रुपये और बेंगलुरु के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस 18,999 रुपये तक पहुंच गई। ये दरें सामान्य दिनों के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा हैं।
सोमवार की फ्लाइटों की सीटें तो पहले ही फुल थीं, लेकिन शुक्रवार दोपहर बाद रविवार की फ्लाइटों पर भी बुकिंग अचानक बढ़ गई। एक एयरलाइंस के सूत्र के मुताबिक, डायनमिक फेयर की वजह से रविवार का जो टिकट दोपहर तक 6 हजार रुपये का था, शाम तक 15 हजार रुपये से ऊपर चला गया। यानी देर करने का मतलब है जेब पर भारी असर।
ऐसे में कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं—जैसे देर रात या भोर की फ्लाइट लेना, जिससे टिकट के दाम थोड़े कम हो जाते हैं। अगर एक दिन बाद की फ्लाइट ली जाए तो किराया आधे से भी कम हो सकता है। और हां, ट्रेन में एसी फर्स्ट क्लास का टिकट लेना भी बेहतर विकल्प है, क्योंकि वह भी इस समय फ्लाइट के मुकाबले सस्ता है।